भारत की जाति-जनजातियाँ
भारत में उद्योग-धन्धे
- भारत में सर्वप्रथम 'निग्रीटो' जनजाति का आगमन हुआ था
- भारत में सबसे अंत में 'नोर्डिक' प्रजाति (आर्य भाषा भाषी लोग) का प्रवेश हुआ
- बहुपति विवाह प्रथा 'टोडा' व 'नागा' जनजाति में प्रचलित है
- भारत की तीन बड़ी जनजाति का अनुक्रम - गोंड,>भील>संथाल
- सरहुल त्यौहार मुंडा जनजाति(झारखण्ड) द्वारा मनाया जाता है
- द्रविड़ परिवार कीभाषाएँ है - तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम आदि
- आर्य परिवार की भाषाएँ है - हिंदी, उर्दू, सिन्धी, बंगाली, असमिया, कच्छी, उड़िया आदि
- 'जौनसारी' उत्तराखंड की सबसे बड़ी अनुसूचित जाति है
- बुद्धिमान मानव का निकटतम पूर्वज है - क्रो-मैगनॉन
- जनजातीय समुदाय को अधिसूचित करने का अधिकार है - राष्ट्रपति को
- लेपचा जनजाति - सिक्किम
- सहरिया जनजाति - राजस्थान
- मुरिया - छतीसगढ़
- थारु - उत्तर प्रदेश (थारु जनजाति के लोग दीपावली को शोक पर्व के रूप में मनाते हैं)
- लम्बादा - आंध्र प्रदेश
- प्रथम जनजाति आयोग का अध्यक्ष - यू.एस. ढेबर
- अनुसूचित क्षेत्र एवम अनुसूचित जनजाति पर नियंत्रण, प्रशासन पर संरक्षण प्रदान किया गया है - अनुच्छेद 244(1) में
- 'मिथन' त्यौहार नागा जनजाति मनाती है
- मात्र-वंशीय परंपरा पाई जाती है - गारो, खासी एवं नायार जनजाति में
- 'झूमिंग खेती' खासी लोगों द्वारा की जाती है
भारत में उद्योग-धन्धे
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